Corona vaccination facility will be available at ten thousand government and 20 thousand private vaccination centers. In which vaccination will be given free of cost at government centers while in private hospitals.
Union Minister Prakash Javadekar has told that from March 01, vaccination of all people above sixty years will start, as well as those suffering from any disease above 45 years will be vaccinated. Which was decided in the meeting of the Union Cabinet chaired by Prime Minister Narendra Modi.
Union Minister Prakash Javadekar said, ‘Vaccination facility will be available at ten thousand government and 20 thousand private immunization centers. In which vaccination will be done free of cost at government centers while private vaccination centers will be charged. ‘
The vaccination scheme has been implemented in a phased manner across the country, with the introduction of Covid-19 vaccination in India, as well as providing this facility to frontline doctors as they were engaged in serving patients, thereby increasing their health Was a threat.
- Vaccination in private institutions will have to be paid while in government institutions it will be made available free of cost.
- It is not yet decided how much will have to be paid in private hospitals, the Health Ministry will decide on this later.
- During the cabinet briefing, Cabinet Minister Ravi Shankar Prasad said that the Cabinet Minister will get the Corona vaccine paid by paying the price.
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बताया है कि 01 मार्च से साठ साल से ऊपर के सभी लोगों का वैक्सीनेशन शुरू होगा, साथ ही 45 साल से ऊपर के किसी बीमारी से ग्रस्त लोगों का टीकाकरण किया जाएगा | जिसका प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में निर्णय लिया गया |
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, ‘टीकाकरण की सुविधा दस हजार सरकारी और 20 हजार प्राइवेट टीकाकरण केंद्रों पर उपलब्ध होगी | जिसमे टीकाकरण सरकारी केंद्रों पर मुफ्त में किया जाएगा जबकि प्राइवेट टीकाकरण केंद्रों पर चार्ज लगेगा|’
टीकाकरण की योजना पूरे देश में चरणबद्ध तरीके से लागू की गयी है जिसके तहत भारत में कोविड-19 टीकाकरण की शुरूआत के साथ ही फ्रंटलाइन डॉक्टर्स को यह सुविधा उपलब्ध कराई गई थी क्योंकि वे मरीजों की सेवा में लगे थे जिसकी वजह से उनके स्वास्थ्य को ज्यादा खतरा था |
- प्राइवेट संस्थानों में टीकाकरण करने वालों को भुगतान करना होगा जबकि सरकारी संस्थानों में इसे मुफ्त में उपलब्ध कराया जाएगा |
- प्राइवेट अस्पतालों में कितनी कीमत देनी होगी इसका निर्धारण अभी तक नहीं हो पाया है स्वास्थ्य मंत्रालय बाद में इस पर फैसला लेगा |
- कैबिनेट की ब्रीफिंग के दौरान कैबिनेट मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कैबिनेट मंत्री कीमत देकर कोरोना वैक्सीन लगवाएंगे |
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