Asan Conservation Reserve becomes Uttarakhand’s first Ramsar site
Recently, the Ministry of Environment, Forest and Climate Change has announced the Asan Conservation Reserve to become the first Ramsar site in Uttarakhand, making it a ‘wetland of international importance’. It is situated on the banks of river Yamuna near Dehradun district in the Garhwal region of the Reserve Himalayas.
(हाल ही मे, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने आसन कंज़र्वेशन रिज़र्व (Asan Conservation Reserve) को उत्तराखंड का पहला रामसर स्थल बनने की घोषणा की है, जो इसे ‘अंतर्राष्ट्रीय महत्व का वेटलैंड’ बनाता है। यह रिज़र्व हिमालय के गढ़वाल क्षेत्र में देहरादून जिले के पास यमुना नदी के तट पर स्थित है।)
The “Asan Conservation Reserve” met five of the nine criteria to be declared a Ramsar site only after it was identified as a wetland of international importance. It first ranked species and ecological communities on aquatic birds and the second on fish. Has met the criteria. Hence the Ramsar Asan Conservation Reserve has been declared a site of international importance. Now the number of Ramsar sites in India has increased to 38, the highest in South Asia and the first Ramsar site in Uttarakhand.
(“आसन कंजर्वेशन रिजर्व” ने रामसर साइट घोषित किए जाने वाले नौ मानदंडों में से पांच को पूरा किया है इसके बाद ही इसे अंतर्राष्ट्रीय महत्व के वेटलैंड के रूप में पहचान मिली। इसने पहला प्रजातियों और पारिस्थितिक समुदायों श्रेणी जल-पक्षियों पर और दूसरा मछली के मानदंडों को पूरा किया है। इसलिए रामसर आसन संरक्षण रिजर्व को अंतरराष्ट्रीय महत्व का स्थल घोषित किया गया है। अब भारत में रामसर साइटों की संख्या 38 हो गई है, जो दक्षिण एशिया में सबसे अधिक और उत्तराखंड का पहला रामसर स्थल है।)
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