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Webinar series organized on: Reducing the risk of hydro-meteorological hazards

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“हाइड्रो-मौसम संबंधी खतरों के जोखिम को कम करने” पर वेबिनार श्रृंखला का हुआ आयोजन
Webinar series organized on: Reducing the risk of hydro-meteorological hazards
Recently a webinar series on “Hydro-Meteorological Hazards Risk Reduction” ie “Reducing the risk of hydro-meteorological hazards” was organized by National Institute of Disaster Management in collaboration with India Meteorological Department. The webinar series included 4 webinars focused on ‘storm and celestial lightning, cloudburst and flood’, cyclone and storm surge and issues related to climate change and extreme weather events.
(हाल ही में भारत मौसम विज्ञान विभाग के सहयोग से राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान द्वारा “Hydro-Meteorological Hazards Risk Reduction” यानि “जल-मौसम संबंधी खतरों के जोखिम को कम करने” के विषय पर एक वेबिनार श्रृंखला का आयोजन किया गया। वेबिनार श्रृंखला में तूफ़ान और आकाशीय बिजली’, बादल का फटना और बाढ़’, चक्रवात और तूफ़ान का बढ़ना तथा जलवायु परिवर्तन और चरम मौसम घटनाएं से जुड़े मुद्दों पर केंद्रित 4 वेबिनार शामिल थे।)

The webinar series on “Reducing the risk of hydro-meteorological hazards” focused on improving human capacity and improving human capacity in relation to better understanding of hydrological risks and effective collaborative actions.
(“हाइड्रो-मौसम संबंधी खतरों के जोखिम को कम करने” पर आयोजित वेबिनार श्रृंखला में जल-मौसम संबंधी जोखिमों की बेहतर समझ और प्रभावी सहयोगात्मक कार्रवाइयों के सम्बन्ध में मानवीय क्षमता बढाने और सुधार करने पर ध्यान केंद्रित किया गया।)

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