संजय कोठारी ने संभाला केंद्रीय सतर्कता आयुक्त का पदभार
President’s secretary Sanjay Kothari today took over as the Central Vigilance Commissioner (CVC), ten months after the top post in the nation’s enemy of debasement guard dog CVC fell empty. |
Sanjay Kothari is sworn in as Central Vigilance Commissioner. He was elected as the new Central Vigilance Commissioner by a high-powered committee headed by Prime Minister Narendra Modi. Prior to this, he served as the Secretary to the President.
(संजय कोठारी ने केंद्रीय सतर्कता आयुक्त के रूप में शपथ की है। उन्हें प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली उच्चस्तरीय समिति द्वारा नए केंद्रीय सतर्कता आयुक्त के रूप में चुना गया था। इससे पहले, वह राष्ट्रपति के सचिव के रूप में कार्यत थे।)
क्या है केंद्रीय सतर्कता आयोग (Central Vigilance Commission)?
The Central Vigilance Commission (CVC) is an autonomous body monitoring corruption activities. It is the highest anti-corruption government body in India, established in 1964 to deal with corruption in government.
(केंद्रीय सतर्कता आयोग (CVC), भ्रष्टाचार गतिविधियों पर निगरानी रखने वाली एक स्वायत्त संस्था है। यह भारत में भ्रष्टाचार-रोधी सर्वोच्च सरकारी निकाय है जिसे 1964 में सरकार में होने वाले भ्रष्टाचार से निपटने के लिए स्थापित किया गया था।)
Statutory status on the CVC was enacted by Parliament in 2003, which gave it the status of autonomous body, which is free from the control of any executive authority and supervises all vigilance activities under the Central Government and various central government organizations By planning, performing, reviewing and correcting their vigilance functions Advises in the area.
(संसद द्वारा 2003 में CVC पर वैधानिक दर्जा देने वाला कानून बनाया गया, जिसमे इससे स्वायत्त निकाय का दर्जा मिला , जो किसी भी कार्यकारी प्राधिकारी के नियंत्रण से मुक्त है तथा केन्द्रीय सरकार के अन्तर्गत सभी सतर्कता गतिविधियों की निगरानी करता है एवं केन्द्रीय सरकारी संगठनों में विभिन्न प्राधिकारियों को उनके सतर्कता कार्यों की योजना बनाने, निष्पादन करने, समीक्षा करने तथा सुधार करने में सलाह देता है।)
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