Election Mascot Shera: Speaking on the occasion, Chief Electoral Officer Punjab Dr. S Karuna Raju (IAS) said that the election mascot ‘Shera’ dressed in traditional Punjabi attire reflects the rich cultural heritage of Punjab.
Election Mascot Shera: Recently, Punjab Chief Electoral Officer S. Karuna Raju introduced his election mascot, “Shera” (Lion). Mascot “Sherra”, depicting a lion. It reflects the rich cultural heritage of Punjab. CEO S. Karuna Raju said that the election mascot represents the rich cultural heritage of Punjab.
Persons with Disabilities (PWDs) were invited as special guests on the occasion. Speaking on the occasion, Chief Electoral Officer Punjab Dr. S Karuna Raju (IAS) said that the election mascot ‘Shera’ dressed in traditional Punjabi attire depicts the rich cultural heritage of Punjab.
It aims to promote voter awareness, participation, and ethical voting in the Punjab Assembly elections to be held on 20 February 2022. It is being promoted under the Systematic Voters Education and Electoral Participation (SVEEP) project of the Election Commission of India (ECI). First, the SVEEP project was launched in 2009 as the flagship program of ECI for voter education.
Posters, photographs, and oversized cut-outs of the election mascot, Shera will be used, apart from widely disseminating voter awareness messages on social media as part of the SVEEP scheme. This will ensure the participation of youth in particular.
हाल ही में, पंजाब के मुख्य चुनाव अधिकारी एस. करुणा राजू ने अपने चुनावी शुभंकर, “शेरा (Shera)” (लायन) की शुरुआत की| शुभंकर “शेरा”, एक शेर का चित्रण। यह पंजाब की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाता है| सीईओ एस. करुणा राजू ने कहा कि चुनावी शुभंकर पंजाब की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का प्रतिनिधित्व करता है।
इस अवसर पर विशेष रूप से विकलांग व्यक्तियों (पीडब्ल्यूडीज़) को विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था। इस अवसर पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी पंजाब डॉप्त एस करुणा राजू (आईएएस) ने कहा कि पारंपरिक पंजाबी पोशाक पहने हुए चुनावी शुभंकर ‘शेरा’ पंजाब की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को दर्शाता है।
इसका उद्देश्य 20 फरवरी 2022 को होने वाले पंजाब विधानसभा चुनावों में मतदाता जागरूकता, भागीदारी और नैतिक मतदान को बढ़ावा देना है। इसे भारत के चुनाव आयोग (ईसीआई) की व्यवस्थित मतदाता शिक्षा और चुनावी भागीदारी (Systematic Voters Education and Electoral Participation – SVEEP) परियोजना के तहत बढ़ावा दिया जा रहा है| सबसे पहले SVEEP परियोजना 2009 में मतदाता शिक्षा के लिए ECI के प्रमुख कार्यक्रम के रूप में शुरू की गई|
स्वीप योजना के हिस्से के तौर पर सोशल मीडिया पर मतदाता जागरूकता संदेशों को व्यापक तौर पर प्रसारित करने के अलावा चुनावी शुभंकर, शेरा के पोस्टर, तस्वीरों और बड़े आकार के कट-आउट्स का प्रयोग किया जाएगा। यह विशेष रूप से युवाओं की भागीदारी को सुनिश्चित बनाएगा।
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