On the occasion of Rajasthan Day, the Ashok Gehlot Government of Rajasthan has decided to prematurely release around 1200 prisoners serving various sentences in various jails of the state.
Rajasthan Day is celebrated every year on 30 March because the princely states of Jodhpur, Jaipur, Jaisalmer, and Bikaner were merged on 30 March 1949 to form the ‘Greater Rajasthan Union’. On this day, the valor, strong will, and sacrifice of the people of Rajasthan are remembered.
Rajasthan was made up of a total of 22 princely states which literally means “place of kings” as many kings and emperors ruled here before independence. The integration of Rajasthan was completed in 7 stages.
On Rajasthan Day, programs are organized by the Tourism Department throughout the state. These include camel tattoo shows, sports competitions, film festivals for children, tableaux and dances of various divisions, bhajans, fashion shows, and music concerts.
The princely states of Rajasthan officially came into existence in 1958 when the princely states of Ajmer, Abu Road Taluka, and Sunal Tappa were also merged into Rajasthan.
Rajasthan is the largest state in India in terms of area. The Thar Desert is located in a large part of the state, which is also known as the Great Indian Desert. Rajasthan is a land of sand dunes, deserts, and rocks. Rajasthan is famous for grand palaces, forts, colors, and festivities.
The big cities of Rajasthan are related to some specific colors like Pink of Jaipur, White of Udaipur, Blue color of Jodhpur, and Purple color of Jhalawar. Almost all the special monuments and places in these places have been painted with special colors. This is the reason that Jaipur is called Pink City, Udaipur is called White City.
प्रति वर्ष 30 मार्च को राजस्थान दिवस मनाया जाता है क्योंकि 30 मार्च, 1949 में जोधपुर, जयपुर, जैसलमेर और बीकानेर रियासतों का विलय कर ‘वृहत्तर राजस्थान संघ’ बनाया गया था| इस दिन राजस्थान के लोगों की वीरता, दृढ़ इच्छाशक्ति तथा बलिदान को याद किया जाता है|
(राजस्थान का निर्माण कुल 22 रियासतों को मिलाकर किया गया जिसका शाब्दिक अर्थ है “राजाओं का स्थान” क्योंकि स्वतंत्रता से पूर्व यहां कई राजा-महाराजाओं ने राज किया था | राजस्थान का एकीकरण 7 चरणों में सम्पन हुआ था |)
(राजस्थान दिवस पर पर्यटन विभाग द्वारा सम्पूर्ण राज्य में कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं| इनमें कैमल टैटू शो, खेलकूद प्रतियोगिताएं, बच्चों के लिए फ़िल्म फेस्टिवल, विभिन्न संभागों की झांकियां एवं नृत्य, भजन, फैशन शो तथा संगीत कॉन्सर्ट का आयोजन शामिल है|)
(जब अजमेर, आबू रोड तालुका और सुनल तप्पा रियासतों को भी राजस्थान में विलय कर लिया गया तब 1958 में आधिकारिक तौर पर मौजूदा राजस्थान राज्य वुजूद में आया था|)
(राजस्थान क्षेत्रफल के मामले में भारत का सबसे बड़ा राज्य है| राज्य के बड़े हिस्से में थार रेगिस्तान है जिसको ग्रेट इंडियन डेजर्ट भी कहाँ जाता है| राजस्थान बालू के टीलों, रेगिस्तान और चट्टानों की धरती है| राजस्थान भव्य महलों, किलों, रंगों और उत्सवों के लिए प्रसिद्ध है|)
(राजस्थान के बड़े शहरों का किसी न किसी खास रंग से संबंध है जैसे जयपुर का गुलाबी, उदयपुर का सफेद, जोधपुर का नीले रंग और झालावाड़ का बैंगनी रंग से है | इन जगहों पर लगभग सभी खास स्मारकों और स्थानों को खास रंगों से रंगा गया है| यही कारण है कि जयपुर को गुलाबी शहर, उदयपुर को वाइट सिटी कहा जाता हैं|)
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