The central team surveyed about 200 locations in Indore city keeping in mind 11 parameters. Indore city has got this achievement only after meeting every scale.
Recently, Madhya Pradesh Chief Minister Shivraj Singh Chouhan tweeted on 11 August 2021 that Indore, India’s cleanest city, was declared the country’s first ‘Water Plus’ city under the Swachh Survekshan 2021.
Chief Minister Shivraj Singh Chouhan and Urban Development and Housing Minister Bhupendra Singh have congratulated the officers and employees of Indore Municipal Corporation as well as the citizens of the city on achieving this achievement.
In the selection process of ‘Water Plus‘, 84 cities of the country applied, out of which only 33 cities were found suitable for ground verification. Under the Swachhta Bharat Mission Urban, the cities of the country are tested on the basis of various cleanliness parameters. It has categories of ODF Plus, ODF Double Plus and Water Plus.
Water Plus certificate is given to those cities which have met all the standards of ODF Double Plus. The wastewater from residential and commercial establishments is released into the environment only after treatment. Reuse of treated wastewater is also ensured. Only those cities which meet these standards are declared as water plus.
The central team surveyed about 200 locations in Indore city keeping in mind 11 parameters. Indore city has got this achievement only after meeting every scale. The important thing is that for the last 5 years, Indore city has been number-1 in the cleanliness ranking.
हाल ही मे, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 11 अगस्त 2021 को ट्वीट कर बताया कि भारत के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर को स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के तहत देश का पहला ‘वॉटर प्लस’ शहर घोषित किया गया|
इंदौर को यह उपलब्धि मिलने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने इंदौर नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ ही शहर के नागरिकों को बधाई दी है|
‘वॉटर प्लस’ की चयन प्रक्रिया में देश के 84 शहरों ने आवेदन किये, जिनमे से सिर्फ 33 शहरों को जमीनी सत्यापन के लिये उचित पाया गया| स्वच्छता भारत मिशन शहरी के तहत देश के शहरों का विभिन्न स्वच्छता मानकों के आधार पर परीक्षण किया जाता है| इसमें ओडीएफ प्लस, ओडीएफ डबल प्लस और वॉटर प्लस की श्रेणियां हैं|
वॉटर प्लस का प्रमाण-पत्र उन शहरों को दिया जाता है, जो ओडीएफ डबल प्लस के सभी मानकों को पूर्ण किया हो| आवासीय और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से निकलने वाले अवशिष्ठ मल-जल को उपचार के बाद ही पर्यावरण में छोड़ा जाता हो| ट्रीटेड वेस्ट-वॉटर का पुन: उपयोग भी सुनिश्चित किया जाता हो| जो शहर इन मानकों पर खरा उतरता है उन्हें ही वॉटर प्लस घोषित किया जाता है|
केंद्रीय टीम ने इंदौर शहर में 11 पैरामीटर्स को ध्यान में रखते हुए शहर की करीब 200 लोकेशनों का सर्वे किया| हर पैमाने पर खरा उतरने के बाद ही इंदौर शहर को यह उपलब्धि मिली है| महत्वपूर्ण बात है कि पिछले 5 साल से इंदौर शहर का स्वच्छता रैंकिंग में नंबर-1 रहा है|
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