सुशासन दिवस(गुड गवर्नेंस डे): 23 दिसंबर 2014 को, पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को देश का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न (Bharat Ratna) देने की घोषणा की गई थी| इस घोषणा के बाद प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 दिसंबर को सुशासन दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी|
सुशासन दिवस: प्रति वर्ष 25 दिसंबर को भारत रत्न और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) की जयंती पर भारत में गुड गवर्नेंस डे अथवा सुशासन दिवस मनाया जाता है| भारत सरकार ने सुशासन दिवस को सरकार के लिए कार्य दिवस घोषित किया है|
महत्व:
इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य देश के छात्रों और नागरिकों को सरकार के कर्तव्यों और जिम्मेदारियों के बारे में बताना है जिसे उन्हें पूरा करने की आवश्यकता है| सुशासन दिवस सरकार को उनकी जिम्मेदारियों के बारे में एक अनुस्मारक के रूप में कार्य करता है और सरकार को निष्पक्ष, पारदर्शी और विकासोन्मुख होना चाहिए, इसके बारे में जनता में जागरूकता फेलने के लिए मनाया जाता है|
इतिहास:
23 दिसंबर 2014 को, पूर्व प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को देश का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न (Bharat Ratna) देने की घोषणा की गई थी| इस घोषणा के बाद प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 दिसंबर को सुशासन दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी|
अटल बिहारी वाजपेयी :
अटल बिहारी वाजपेयी ने तीन बार भारत के प्रधान मंत्री के रूप में शपथ ली थी| उनका पहला कार्यकाल 1996 में केवल 13 दिनों के लिए, दूसरा कार्यकाल मार्च 1998 से अप्रैल 1999 तक तेरह महीने की अवधि के लिए और फिर तीसरा कार्यकाल 1999 से 2004 तक पूर्ण कार्यकाल के लिए देश सेवा की| संसद में उनका पहला प्रवेश 1962 में राज्यसभा के माध्यम से हुआ था| वे सात बार लोकसभा के लिए चुने गए| वर्ष 2015 में, श्री वाजपेयी को भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार भारत रत्न से सम्मानित किया गया था|
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